बुलढाणा न्यूज

माता सतीचे ओठ इथे पृथ्वीवर पडले होते! 1200 वर्ष जुन्या मंदिरात जाण्यासाठी 365 पायऱ्या चढून जावे लागते.

धीरज सांखला/सिरोही. सिरोही के माउंट में एक ऐसा मंदिर है, जहां की मान्यता है कि यहां माता सती के होठ गिरे थे. इस मंदिर को अर्बुदा देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर तक जाने के लिए 365 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. रास्ते में सुंदर नजारे देखने को मिलते हैं, जिसकी वजह से सीढ़ियां कब खत्म हो जाती हैं पता ही नहीं चलता. मंदिर का सुंदर प्राकृतिक दृश्य श्रद्धालुओं का मन मोह लेता है.

मान्यता है कि यह मंदिर लगभग 5000 साल पुराना है. लेकिन करीब 1200 साल पहले अमरख नामक राजा द्वारा इसको भव्यता प्रदान की गई थी. राजा अमरख अर्बुदा देवी के भक्त थे. बताया जाता है कि यहां पहले लकड़ी का एक छोटा सा मंदिर हुआ करता था. मंदिर को राजा ने भव्य बनवाया. ऐसी मान्यता है कि जब भगवान शिव सती माता के विखंडित शरीर को लेकर तांडव कर रहे थे तब माता के होठ यहां गिरे थे.

चरण पादुका की होती है पूजा-अर्चना
मंदिर के पास ही अर्बुदा देवी की चरण पादुका स्थित है. यहां माता की चरण पादुकाओं की पूजा-अर्चना की जाती है. माता की चरण पादुकाओं के नीचे बा सकली राक्षस की मूर्ति है. मां कात्यायनी के बा सकली वध की कथा भी पुराणों में है. माता की चरण पादुकाओं की पूजा अर्चना करने का उल्लेख स्कंद पुराण में भी है. यहां माता सती के होठ के साथ ही माता के चरण पादुका की पूजा भी होती है.

माउंट आबू शहर से दो किमी दूर है मंदिर
बता दें कि यह मंदिर माउंट आबू पर स्थित है. यह राजस्थान की एक बहुत ही मशहूर पहाड़ी है, जो अरावली पर्वतमाला में से एक है. यहां पर माउंट आबू नमक शहर भी है, जिससे 2 किलोमीटर दूरी पर यह मंदिर स्थित है. इस मंदिर की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 3500 फीट है.

Tags: Local18, Rajasthan Tourism Department, Religion 18, Sirohi news

Source link

Leave a Comment

और पढ़ें